कमलनाथ ने बीजेपी सरकार पर आदिवासियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया
भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच में आदिवासी युवक को गाड़ी से बांधकर खींचने पर हुई मौत का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था. इसी बीच खरगोन (Khargone) में एक आदिवासी (Tribal) की मौत के मामले को लेकर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है. आदिवासी की मौत पर कांग्रेस राज्य की बीजेपी सरकार पर हमलावर हो गई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासी उत्पीड़न का आरोप लगाया है. कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि नेमावर नीमच के बाद अब खरगोन के विस्तार थाने में एक आदिवासी की मौत का मामला सामने आया है. बालाघाट में स्कूल जाते समय का आदिवासी छात्रा की हत्या की खबर है.
कमलनाथ ने सरकार से दोनों घटनाओं पर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. कमलनाथ ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और न्याय दिलाने को कहा है. वहीं कांग्रेस नेता अरुण यादव ने भी बयान जारी कर कहा है कि खरगोन के विस्तार थाने में तालिबानी रिमांड में एक आदिवासी की मौत हो गई है. यह घटना दु:खद और निंदनीय है.
गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश
खरगोन की घटना पर एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के आदेश दिए हैं. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना को निंदनीय बताया है. गृह मंत्री ने कहा कि इस तरीके के मामलों पर सियासत नहीं होनी चाहिए. पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच में जहां लापरवाही मिलेगी वहां कार्रवाई होगी. अस्पताल थाने में कहां पर लापरवाही हुई है, इस बात की जांच होगी. प्रदेश में एक के बाद एक पूरी घटनाओं पर भी गृह मंत्री ने चिंता जताई है. कांग्रेस के खरगोन मामले पर जांच दल बनाने पर गृहमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस हर मामले पर सियासत करती है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दतिया वाले मामले में अल्पसंख्यक की हुई पिटाई पर कांग्रेस ने जांच दल क्यों नहीं बनाया. इसका जवाब देना चाहिए. बहरहाल प्रदेश प्रदेश में आदिवासियों के साथ घट रही घटनाओं को लेकर सियासत घर में पहले नीमच उसके बाद अब खरगोन का मामला सामने आने पर अब सियासत जोर पकड़ती हुई नजर आ रही है. बता दें कि खरगोन की घटना की जांच के लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधो की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई है. इस कमेटी में ग्यारसी लाल रावत, मुकेश पटेल, प्राची लाल मेड़ा, लाल सिंह मेड़ा को शामिल किया गया है.