अनूपपुर। कोरबा से कोयला लेकर आ रही मालगाड़ी मध्यप्रदेश में अनूपपुर के पास बेपटरी हो गई। अलान नदी पर बने पुल पर पटरी में क्रेक के कारण 16 डिब्बे नदी में जा गिरे। फिलहाल रेलवे का रेस्क्यू जारी है। घटना शुक्रवार शाम करीब सवा चार बजे की है। रेलवे के अफसर और इंजीनियर मौके पर पहुंच चुके हैं। यह रेलवे लाइन दो साल पहले ही बिछाई गई थी और पुल भी नया बना था। माना जा रहा है कि पटरी में क्रेक आने के कारण घटना हुई है। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। यह हादसा वेंकटनगर से निगौरा के बीच हादसा हुआ।
मालगाड़ी में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कुसमुंडा से कोयला लोड कर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा रेलवे साइडिंग भेजा जा रहा था। अनूपपुर जिले के निगौरा से छत्तीसगढ़ के वेंकटनगर के बीच रेलवे ने थर्ड लाइन दो साल पहले ही चालू की थी। बताया जा रहा है कि थर्ड लाइन का प्रोजेक्ट विशेष तौर पर मालगाड़ी परिचालन के लिए है। हादसे के बाद बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि दो साल पहले चालू हुई मालगाड़ी में आखिर क्रेक कैसे आया? इसके साथ ही पटरी के समय-समय पर निरीक्षण पर सवाल उठ रहे हैं।
तीसरी रेल लाइन पर हुआ हादसा
निगौरा रेलवे स्टेशन के समीप मालगाड़ी नदी के उपर बनी तीसरी लाइन से नीचे गिरी है। हालांकि दो अन्य लाइन सुरक्षित होने के कारण यात्री ट्रेनों का आवागमन बाधित नहीं हुआ है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि राहत और बचाव कार्य में चार घंटे से ज्यादा समय लग सकता है। रेलवे के इंजीनियर ने बताया कि फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता, जांच के बाद ही घटना के स्पष्ट कारण पता चल पाएंगे। ड्राइवर और गार्ड सुरक्षित हैं।
अप-डाउन में मूवमेंट चालू
हादसे के बाद बचाव टीम शहडोल से रवाना हुई है। इसमें एरिया रीजनल मैनेजर शहडोल सहित बचाव दल के अन्य सदस्य शामिल हैं। यात्री ट्रेनों का मूवमेंट चालू रहेगा। जनसंपर्क अधिकारी रेलवे रामजी लाल मीणा ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। सभी अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। तीसरी लाइन अभी बंद कर दी गई है। इसके अलावा दोनों लाइन अनवरत चल रही हैं।